छत्तीसगढ़ी सिनेमा (Chhattisgarhi Cinema) अपनी परंपरा, संस्कृति और लोककथाओं को बड़े परदे पर शानदार ढंग से प्रस्तुत कर रहा है। इसी कड़ी में आई है हाल ही में रिलीज़ हुई फिल्म “दंतेला (DanteLa)”। यह फिल्म मनोरंजन के साथ-साथ हॉरर, मिस्ट्री और थ्रिलर का ऐसा अद्भुत मिश्रण पेश करती है जो दर्शकों को रोमांच और रहस्य की अनोखी दुनिया में ले जाता है।
दंतेला फिल्म की कहानी (DanteLa Film Story)
फिल्म की कहानी बलरामपुर जिले के चरचरी गाँव की लोककथा पर आधारित है। इस गाँव में लाल पानी निकलने और “दंतेला” नामक चुड़ैल के खौफ की दास्तान पीढ़ियों से सुनाई जाती रही है।
फिल्म इस रहस्यमयी पृष्ठभूमि के साथ ग्रामीण जीवन, परंपराओं और मानवीय रिश्तों की मिठास को खूबसूरती से पिरोती है। निर्देशक ने इसे इस अंदाज़ में गढ़ा है कि दर्शक खुद को सीधे कहानी से जुड़ा हुआ महसूस करते हैं।
अभिनय (Acting & Performance)
फिल्म का अभिनय इसकी सबसे बड़ी ताकत है। मुख्य कलाकारों ने अपनी भूमिकाओं को गहराई से जिया है। उनकी मासूमियत और संघर्ष दर्शकों को छू जाते हैं। सह-कलाकारों ने भी अपने सशक्त प्रदर्शन से कहानी को और प्रभावी बनाया है।
फिल्म के प्रमुख कलाकार (Cast):
Evergreen Vishal – मुख्य किरदार
Raaya Dingoria – मुख्य अभिनेत्री
Aradhya Sinha
Jyotsana Tamrakar
Raj Diwan
Pooran Kiri
Satyesh Sharma
Veena Sendre
Vikram Raj
Anil Sinha
इन सभी ने अपनी कला और अभिनय से फिल्म को जीवंत बना दिया है।
निर्देशन और तकनीकी पक्ष (Direction & Cinematography)
इस फिल्म के लेखक, निर्देशक और स्क्रीनप्ले लेखक डा. शान्तनु पाटनवार (Dr. Shantanu Patanwar) हैं। उन्होंने इस लोककथा को आधुनिक सिनेमा की भाषा में बेहद प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया है।
Director/Writer/Editor: Dr. Shantanu Patanwar
Cinematographer (DOP): Anurag Nirmalkar
सिनेमेटोग्राफी में गाँव के जीवन परिवेश, परंपराएँ और छत्तीसगढ़ी संस्कृति को बड़े ही आकर्षक ढंग से दिखाया गया है। तकनीकी स्तर पर भी यह फिल्म छत्तीसगढ़ी सिनेमा के लिए एक नई ऊँचाई साबित होती है।
संगीत (Music & Songs)
“दंतेला” का संगीत फिल्म की जान है। इसमें छत्तीसगढ़ी लोकधुनों और आधुनिक संगीत का बेहतरीन संगम है। गाने कहानी की गति को और प्रभावशाली बनाते हैं।
संगीत-ऋषभ सिंह ठाकुर, बुद्धेश नेताम, डॉ. रवि पटेल
साउंड डिजाइन – बुद्धेश नेताम
बैकग्रांउड म्यूजिक – एलेन प्रीथम
गायक – सुनील सोनी,अलका चंद्राकर,सानू निषाद, व्योम गोयल, जेवियर,
गानों ने फिल्म की प्रभावशीलता को और बढ़ा दिया है।
दंतेला फिल्म की खासियतें
छत्तीसगढ़ी लोककथा और संस्कृति की झलक
दमदार अभिनय और संवाद
लोकधुनों से सजा मधुर संगीत
गाँव और लोकजीवन की खूबसूरत प्रस्तुति
निर्देशन और तकनीकी स्तर पर मजबूती
कमजोर कड़ियाँ
कुछ जगहों पर फिल्म की गति धीमी हो जाती है
कुछ दृश्यों का संपादन और बेहतर किया जा सकता था
हालाँकि, ये छोटी-छोटी कमियाँ फिल्म की खूबसूरती को कम नहीं करतीं।
निष्कर्ष (Final Verdict)
कुल मिलाकर “दंतेला (DanteLa)” छत्तीसगढ़ी सिनेमा का एक यादगार प्रयास है। यह फिल्म न केवल मनोरंजन करती है बल्कि दर्शकों को अपनी संस्कृति और जड़ों से जोड़ने का काम भी करती है।
यदि आप हॉरर, मिस्ट्री और लोककथाओं के शौकीन हैं और छत्तीसगढ़ी सिनेमा से जुड़े रहना चाहते हैं, तो यह फिल्म आपके लिए जरूर-देखी जाने वाली फिल्म है।
रेटिंग : ⭐⭐⭐⭐☆ (4/5)