जांजगीर। जिले में अपराधियों के बढ़ते हौसले और पुलिस की नाकामी ने कानून व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है। बीते 10 दिनों में दो बड़ी लूट और डकैती की घटनाओं ने जिला पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ताजा मामला खोखरा अंग्रेजी शराब दुकान के पास का है, जहां कलेक्शन वैन के गार्ड को गोली मारकर अनुमानित 50 लाख रुपये से अधिक राशि लूट लिए गए। घटना आज दोपहर करीब 3-4 बजे की बताई जा रही है।
जानकारी के मुताबिक, बुलेरो वाहन से शराब दुकान की बिक्री राशि कलेक्शन करने तीन लोग निकले हुए थे। तभी खोखरा अंग्रेजी शराब दुकान से कैश लेने गाड़ी पहुंची हुई थी। इस दौरान वाहन से उतर दो लोग कैश लेने शराब दुकान अंदर गए हुए थे। तभी वाहन के गार्ड अकलतरा निवासी शैलेश सिंह बैस को दो नकाबपोश लुटेरों ने गोली मार दी और कलेक्शन पेटी लेकर फरार हो गए। पेटी में लगभग 18 शराब दुकानों की कलेक्शन राशि थी। वारदात को अंजाम देने के बाद अपराधियों ने राशि निकाल खाली पेटी को कुटरा नहर में फेंक दिया। घायल गार्ड को तत्काल जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां से गंभीर हालत में उसे बिलासपुर रेफर कर दिया गया।
इस घटना से 8 दिन पहले केरा शराब दुकान में 6-7 हथियारबंद डकैतों ने दो गार्डों को बंधक बनाकर डेढ़ लाख रुपये ले भागे थे। जिसपर पुलिस अब तक आरोपियों तक नहीं पहुंच सकी है। सीसीटीवी फुटेज खंगालने और जांच का दावा करने के बावजूद अपराधियों का कोई सुराग नहीं मिला है। इसी तरह बोडसरा गांव में तीन युवकों पर चाकू से हमला कर तीस हजार रुपए की लूट को अंजाम दिया गया। जिसकी जांच चल रही है।
देखा जाए तो पिछले कुछ समय से जिले में लूट और डकैती की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। अपराधी बेखौफ होकर वारदात को अंजाम दे रहे हैं। जिले के पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला कानून व्यवस्था बनाए रखने में पूरी तरह विफल नजर आ रहे हैं। जिले में लगातार हो रही आपराधिक घटनाओं से एसपी विवेक शुक्ला की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं। पुलिस की निष्क्रियता और कमजोर गश्त अपराधियों को बढ़ावा दे रही है। जनता के बीच भय का माहौल बन चुका है, लेकिन पुलिस अब भी हाथ पर हाथ धरे बैठी है। फिलहाल खोखरा मामले में घटनास्थल पर एसपी विवेक शुक्ला सहित थाना प्रभारी दलबल के साथ पहुंचे हुए हैं, जांच जारी है।