जांजगीर-चांपा @hemant-jaiswal :- श्री बम-भोले रामलीला मंडली मोहल्ला एवं समस्त ग्रामवासी द्वारा आयोजित संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा का समापन सुदामा चरित्र परीक्षीत मोक्ष की कथा के साथ संपन्न हुआ। व्यासपीठ पर विराजमान नवोदित कथावाचक आचार्य राजेन्द्र कृष्ण महराज वृंदावन धाम बिर्रा ने कहा कि भागवत कथा का हर दिन की हर प्रसंग जीवन में कथा उद्देश्य व दिशा को दर्शाती है।
उन्होंने कहा कि भागवत कथा से मनुष्यों को ज्ञान वैराग्य और मोक्ष की प्राप्ति होती है। यूं कहें कि श्रीमद्भागवत कथा मोक्षदायिनी और पतित पावन कथा है। उन्होंने संगीत संकीर्तन की महिमा को भी विस्तार से वर्णन किया। अंतिम कथा विश्राम दिवस पर उन्होंने कहा कि सुदामा चरित्र से हमें यह सीख मिलती है कि हमें अपने मित्रों और प्रियजनों को कभी नहीं भूलना चाहिए।
इस अवसर पर कथा स्थल पर पं गीता प्रसाद तिवारी, जितेन्द्र तिवारी, रितेश रमण सिंह,एकादशिया साहू, श्रवण कुमार कश्यप,मणीलाल कश्यप, श्रीमती पीलीबाई,बसंत बाई जागेश्वर कहरा,सुक्रिता रमाकांत कश्यप, वेदराम कश्यप, कमलेश कश्यप,नीरज कश्यप, छोटे केंवट, सम्मेलाल यादव, लखनलाल देवांगन, गोवर्धन लक्ष्यनाथ देवांगन संजय देवांगन जवाहर केंवट सहित बड़ी संख्या में महिला श्रद्धालु व क्षेत्रीय ग्रामवासी शामिल हुए। संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा का आज यज्ञ हवन पूर्णाहुति सहस्त्रधारा विसर्जन के साथ होगा।