जांजगीर-चांपा। जल जीवन मिशन के तहत प्रत्येक घरों में पाइपलाइन के जरिए पानी पहुंचाने के उद्देश्य से करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं, लेकिन ठेकेदारों की लापरवाही और मनमानी से योजना विफल साबित हो रही है। नवागढ़ ब्लॉक के ग्राम पंचायत अमोदा में जुगल किशोर फर्म द्वारा पाइपलाइन बिछाने और पानी टंकी निर्माण में जमकर अनियमितताएं बरती गई हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि टंकी का पानी अधिकांश घरों तक नहीं पहुंचता है। ठेकेदार की लापरवाही इस हद तक है कि मोटर पंप चलाने के लिए बिजली विभाग से अस्थायी मीटर लेने के बजाय चोरी की बिजली का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिससे बिजली विभाग के जिम्मेदार भी अंजान बने हुए है।

विभागीय जानकारी अनुसार, जल जीवन मिशन के तहत कार्य पूरा करने के बाद छह माह तक पानी टंकी से प्रत्येक घर तक पानी पहुंचाने की जिम्मेदारी ठेकेदार की होती है, ताकि खामियों को ठीक किया जा सके। लेकिन यहां टंकी से पानी नहीं पहुंच पा रहा है। बल्कि ठेकेदार की मनमानी चरम पर है। पंप ऑपरेटर रमेश यादव ने बताया कि मोटर पंप चलाने के लिए ठेकेदार जुगल खेमका ने बिना मीटर के बिजली का उपयोग करने का निर्देश दिया है। इसके बदले पंप ऑपरेटर को ठेकेदार द्वारा 6000 रुपये महीना दिया जा रहा है। क्लोरिनेटर रूम में पंप चालू करने का बॉक्स तो दिखा, लेकिन बिजली मीटर नदारद था।

गांव के सरपंच और सचिव ने जल जीवन मिशन के तहत हुए निर्माण को हैण्ड ओवर लेने से इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि पाइपलाइन सही तरीके से नहीं बिछाई गई है, और जिन जगहों पर पाइपलाइन बिछी है, वहां भी पानी नहीं पहुंच रहा है। ऐसे में पंचायत इसको लेकर फंस जाएगा। इस तरह की अनियमितताएं केवल अमोदा पंचायत तक सीमित नहीं हैं। जुगल खेमका की फर्म द्वारा अन्य पंचायतों में किए जा रहे निर्माण कार्यों पर भी सवाल उठ रहे हैं। ठेकेदार द्वारा खर्च बचाने के लिए चोरी की बिजली का इस्तेमाल किया जा रहा है। ग्रामीणों ने जल जीवन मिशन में अनियमितताओं की उच्चस्तरीय जांच और दोषी पर कार्रवाई की मांग की है।

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