(अवधेश टंडन)सक्ती:- जैजैपुर तहसील अंतर्गत आने वाले ग्राम ठठारी में बिजली का खंबा खेतों में लगा हुआ है और खेती किसानी के दिन होने के कारण खेतों में पानी भी भरा है जिससे पूरी आशंका बनती है कि इनके आसपास काम कर रहे किसानों को बिजली का करंट लग सकता है । विदित हो कि ठठारी जैजैपुर तहसील अंतर्गत बड़े ग्राम पंचायत में आता है और यहां के खेतों में बिजली ले जाने बिजली विभाग द्वारा खेतों के बीच में खंबा लगाया गया है । यह खंबा लगभग चालीस साल पहले लगाया गया था और खेतों में पानी और नमी रहने के कारण अब यह खंबे धीरे धीरे जंग लगकर खराब और जर्जर हो चुके हैं और कभी भी इनके गिरने का भय बना हुआ है। चूंकि बरसात आते ही किसान फसल लगाने खेतों में पानी रोक कर रखते हैं और वैसे भी खेतों में नमी फसल रहने पर चार से आठ महीने रहतीं हैं और किसान अपने खेतों में कभी बयासी, तो कभी रोपाई निदाई जैसे काम के लिए रहते हैं और ऐसे में अगर किसान करेंट की चपेट में आकर अपनी जान गंवाते हैं तो बिजली विभाग क्या इसकी जिम्मेदारी लेगा और अगर किसी किसान की जान इस करेट से जातीं हैं तो बिजली विभाग क्या उसके परिवार का भरण-पोषण करने तैयार है । दूसरी बात जर्जर खंबे आंधी तूफान में गिर जाते हैं दूसरी महत्वपूर्ण बात कि खेती किसानी के दिन में जब किसान खेतों में रहता है और इस दौरान अगर खंभे गिर गये तो कितनी जन-धन की हानि होगी, इस बात से बिजली विभाग पूरी तरह बेखौफ हैं । ठठारी के किसानों का कहना है कि हमें अपने खेतों में काम करना है। अभी फसल लेने दिन भर खेतों में रहना पड़ता है लेकिन हम लोग अपनी जान संकट में डाल कर खेतों में काम कर रहे हैं क्योंकि इसके सिवा हमारे पास कोई विकल्प नहीं है लेकिन दिन भर मन में आशंका रहती है अगर आधी तूफान से खंबे गिरे तो क्या होगा । हम लोग बिजली विभाग को कई बार सूचना दे चुके हैं लेकिन बिजली विभाग के कानों में जूं भी नही रेंगती है ।
