ख़बर का असर
सक्ती। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय किकिरदा प्रभारी प्राचार्य प्रकाश रात्रे और विज्ञान सहायक रोहित साहू को यथावत रखने कि मांग को लेकर छात्र-छात्राओं ने सुबह 10 बजे से ही स्कूल गेट में ताला जड़कर प्रदर्शन करने लगे,वहीं 2 घंटे तक छात्र-छात्राएं डटे रहे,वहीं मीडिया में इसकी खबर चलने पर प्रशासन हरकत में आया और सक्ती डीईओ ने तत्काल आदेश जारी कर प्रभारी प्राचार्य,शिक्षक को यथावत रखने बच्चों कि मांग को मान ली है,वहीं छात्रों ने मीडिया को भी ध्यान दिया है।
दरअसल शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय किकिरदा प्रभारी प्राचार्य प्रकाश रात्रे और विज्ञान सहायक रोहित साहू को यथावत रखने कि मांग को लेकर छात्र-छात्राओं ने डीईओ और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा था ,वहीं 3 दिनों में इसपर उचित कार्यवाही नहीं होने पर धरना-प्रदर्शन कि बात कहीं हैं, वहीं 3 दिन बीत जाने पर भी आदेश जारी नहीं होने पर छात्र-छात्राएं आज भड़क गये और सुबह 10 बजे स्कूल गेट में ताला जड़कर धरना करने लगे,वहीं मीडिया में इसकी खबर चलने से प्रशासन हरकत में आया और डीईओ द्वारा यथावत रखने आदेश जारी किया गया है।
गौरतलब हो कि सक्ती डीईओ ने शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय किकिरदा के प्रभारी प्राचार्य प्रकाशचंद रात्रे (व्याख्यात जीव विज्ञान) और शिक्षक रोहित साहू (विज्ञान सहायक) को उनके मुल पदस्थापना से हटाकर प्रभारी प्राचार्य को स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल हसौद और शिक्षक को शासकीय हाईस्कूल चिस्दा स्थानतरण कर दिया ।इसकी जानकारी जब छात्र-छात्राओं को हुई तो उन्हें अपनी पढाई प्रभावित होने कि चिंता सताने लगे जिससे बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं डीईओ और कलेक्टर को ज्ञापन देने पहुंचे थे।
राजनितिक दबाव से हटाये गये थेऊ प्रभारी प्राचार्य और शिक्षक
वहीं ग्रामीणों ने बताया कि राजनीतिक दवाब में प्रभारी प्राचार्य और शिक्षक को हटाया गया था,यहां स्कूल में कुछ लोग अपनी राजनिती रोटी सेकना चाहते हैं,उन्हें बच्चों के भविष्य से कोई मतलब नहीं है।
दरअसल कुछ महीने पहले विघालय के ही कुछ बच्चों द्वारा CCTV में तोड़फोड़ किया गया था,जिसमें एक छुटभैये नेता का बेटा भी शामिल था,जिसकी जानकारी प्रभारी प्राचार्य को होने पर तोड़फोड़ करने वाले छात्रों और उसके अभिभावक को विघालय बुलाकर सख्त हिदायत दिया था,तब भविष्य में इसतरह कि गलती नहीं करने का बात उनके द्वारा कही गई यह सब बात छुटभैये नेता को नगवर गुंजरी और कुछ बच्चों को ढाल बनाकर प्रभारी प्राचार्य और शिक्षक कि पढाई नहीं कराने कि झुठी शिकायत करा दी और अपने राजनीति का पहुंच दिखाकर उनको यहां से हटवाने का आदेश भी जारी करा दिया,जिससे बाकी बच्चों को अपने भविष्य कि चिंता सता रही थी।
वहीं आज आक्रोशित छात्रों ने प्रभारी प्राचार्य और शिक्षक को यथावत रखने कि मांग को लेकर स्कूल में ताला जड़ दिया वहीं धरने पर बैठे छात्रों ने बताया कि ऐसे राजनीति करने वाले लोगों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए।
मीडिया का किया धन्यवाद
वहीं छात्र-छात्राओं ने मीडिया का भी धन्यवाद किया है, छात्रों ने कहा कि हमारी मांगों को मीडिया ने लगातार प्रशासन को अवगत कराया जिससे आज हमारी मांग पूरी हो गई इसके लिये मीडिया के लोगों को धन्यवाद देते हैं।