चांपा। भालेराय मैदान में दशहरा उत्सव के दौरान जिस स्काई लिफ्टर मशीन से दुर्घटना हुई, वह नगरपालिका चांपा का वाहन था। इस वाहन के संबंध में सामने आई नई जानकारी ने नगरपालिका के अफसरों की मनमानी और घोर लापरवाही की पोल खोलकर रख दी है। ताजा जानकारी के मुताबिक, इस वाहन का फिटनेस तीन माह पहले ही खत्म हो गया था, तो वहीं वाहन का बीमा वर्ष 2023 में समाप्त हो गया। इसके बावजूद नगरपालिका के अफसरों की लापरवाही से ऐसी गाड़ी का उपयोग खतरों से भरे कार्यक्रम के लिए किया जा रहा था। इसका जबरदस्त दुष्परिणाम सामने आया है।
बगैर इंश्योरेंस व फिटनेस की कोई आम आदमी की गाड़ी सड़कों पर चलती मिल जाए या फिर दुर्घटना हो जाए तो पुलिस वाहन मालिक के खिलाफ जुर्माने के साथ ही कड़ी कार्रवाई करती है। लेकिन यही गलती अब नगरपालिका के अफसरों की सामने आई तो फिर ऐसे में क्या कार्रवाई होगी, इस ज्वलंत सवाल के जवाब का सभी को इंतजार रहेगा। चांपा दशहरा उत्सव के दौरान जिस स्काई लिफ्टर वाहन क्रमांक सीजी 11 बीएफ 4623 दुर्घटनाग्रस्त हुआ था, उस वाहन के संबंध में मिली ताजा जानकारी ने नगरपालिका के जिम्मेदारों की लापरवाही की कलई खोलकर रख दी है। जानकारी के मुताबिक, उक्त वाहन का फिटनेस 13 जुलाई 2024 को समाप्त हो गया था। वहीं इस वाहन का इंश्योरेंस 30 मार्च 2023 को समाप्त हो गया था। इसके बावजूद बगैर फिटनेस व इंश्योरेंस के इस वाहन को सड़क पर मौत बनाकर दौड़ाया जाना घोर लापरवाही है। इस संबंध में नगर पालिका के सीएमओ और सब इंजीनियर गोलमोल जवाब देकर मामले को रफत दफा करने के चक्कर में है.।
काल बनकर और कितने वाहन दौड़ रहें हैं!
दूसरी ओर, नगरपालिका के इस एक वाहन के संबंध में छानबीन करने पर यह जानकारी सामने आई है। जबकि यहां ऐसे और कितने वाहन है, जो सड़कों पर काल बनकर दौड़ रहे हैं और किन किन वाहनों का फिटनेस और इंश्योरेंस नहीं है, इन सबकी जांच करनी चाहिए। इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए लापरवाह अफसरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग क्षेत्रवासी जोरशोर से करने लगे हैं।