बारिश के मौसम में अक्सर लोगों के मलेरिया और डेंगू से पीड़ित होने के मामले सामने आते हैं. बारिश के बाद जल जमाव होने से पनपने वाले मच्छरों से इस गंभीर बीमारी का खतरा बढ़ जाता है. कमजोरी, बदन दर्द, बुखार जैसे प्रारंभिक लक्षण के बाद यह बीमारी बढ़ता है यदि इसका समय पर उपचार नहीं किया गया तो कई बार डेंगू जानलेवा भी हो जाता है. डेंगू होने के बाद मरीज का प्लेटलेट्स भी तेजी से कम होने लगता है. प्लेटलेट्स को बढ़ाने के लिए लोग एक दूसरे को कई प्रकार के घरेलू उपचार की भी सलाह देते हैं हालांकि यह फायदेमंद हो सकता है या नहीं इस पर जिला आयुष चिकित्सा पदाधिकारी डॉ प्रभात कुमार ने महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है.
इस तरीके से पपीते का करें सेवन बढ़ेगा प्लेटलेट्स
लोकल 18 से विशेष बातचीत में डॉ प्रभात ने बताया कि आयुर्वेद में भी पपीते के पत्तों का जूस पीने से मिलने वाले फायदों के बारे में बताया गया है. पपीते की पत्तियां न सिर्फ प्लेटलेट्स काउंट बढ़ाने में मदद करते हैं, बल्कि डेंगू के लक्षणों व खून को स्वस्थ बनाने में मदद करते हैं. शरीर में प्लेटलेट कम होने पर पपीते के कोमल पत्ते का रस निकालकर सुबह शाम एक-एक कप सेवन करने से प्लेटलेट बढ़ना शुरू हो जाता है. इसके साथ पपीता खाना भी फायदेमंद होगा. पपीते की पत्तियों में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद कर करता है. पपीते की पत्तियों में फाइबर भी होता है, जो पाचन में मदद कर सकता है.
बकरी का दूध भी फायदेमंद
डॉ. प्रभात ने बताया कि पपीता के अलावा बकरी का दूध प्लेटलेट्स की संख्या को बढ़ाने के लिए एक आसान और प्रभावी उपाय माना जाता है. क्योंकि बकरी के दूध में सेलेनियम होता है जो शरीर में ब्लड प्लेटलेट काउंट को बढ़ाने के लिए जाना जाता है. बकरी का दूध कई तरह के पोषक तत्वों से भरपूर होता है, इसमें कैल्शियम, विटामिन बी, फास्फोरस और पोटैशियम पाया जाता है. साथ ही, इसका दूध आयरन और कॉपर से भी समृद्ध है, जो शरीर के मेटाबॉलिज्म रेट को बेहतर करने में मदद करता है. प्लेटलेट कम होने पर सुबह शाम एक गिलास बकरी का दूध पीना काफी फायदेमंद होता है. इसके साथ चिकित्सकीय सलाह के अनुसार डेंगू का उपचार जारी रखते हुए दवा का भी सेवन करना चाहिए.