संजय सिंह राजपूत@राजनांदगांव. दिन कबीर जयंती गांव में त्यौहार ग्रामीणों में उत्साह का माहौल. सुबह से शाम तक गांव में चहल कदमी. लेकिन, देर रात जब मोहड़ के ग्रामीणों को खबर लगी की रेत के अवैध उत्खनन करने के लिए रेत माफिया जेसीबी और हाईवा लेकर रैंप बनाने में जुट गए हैं, तो ग्रामीणों ने सब कुछ छोड़कर खदान पहुंचे और रेत माफियाओं को रोकने की कोशिश की. लेकिन, रेत माफिया किसी फिल्म के विलन से कम नहीं थे. ग्रामीणों पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई. फिल्मी स्टाइल में कार से ग्रामीणों को घायल करते रहे. रेत माफिया के गुर्गे सरेआम ग्रामीणों की पिटाई करते रहे. सारा नजारा किसी फिल्मी सीन से काम नहीं रहा. यह आप बीती ग्रामीणों ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा गठित जांच दल को बताया.
ग्रामीणों ने बताया कि कार से गुर्गे उतरकर ग्रामीणों को बिना कुछ पूछे सीधे पीठ रहे थे. लगातार गोलियां चल रही थी. लेकिन, ग्रामीणों ने फिर भी अपने साहस का परिचय दिया और रेत माफियाओं के गुंडों से लड़ते रहे. इस बीच पुलिस भी मौके पर पहुंची. जहां से पुलिस ने केवल जेसीबी ड्राइवर और पार्षद रजक को गिरफ्तार किया. ग्रामीणों ने कांग्रेस जांच दल को बताया कि सब कुछ एक फिल्म के सीन की तरह चलता रहा. ग्रामीण पूरी तरीके से बेबस थे. लेकिन, फिर भी हिम्मत नहीं हारी. कांग्रेस जांच दल ने गांव का दौरा किया और पूरे घटनाक्रम को लेकर ग्रामीणों की आपबीती विस्तार से सुनी. कांग्रेस जांच दल ने अपनी रिपोर्ट में ग्रामीणों के सारे बयान शामिल किए हैं. हालांकि, अब तक रिपोर्ट तैयार नहीं हो पाई है. जल्द ही इस पूरे मामले को लेकर कांग्रेस जांच दल प्रदेश कांग्रेस कमेटी को जांच रिपोर्ट सौंपेगी.
गोली चलाने वाला अतुल तोमर गिरफ्तार
इधर, पुलिस ने अपनी कार्रवाई करते हुए रविवार को रेत तस्करी के मामले से जुड़े आरोपी अतुल तोमर को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने बताया कि आरोपी अतुल तोमर ने ही ग्रामीणों पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई थी. पुलिस का कहना है कि इस मामले में ग्रामीणों की शिकायत पर आरोपी अतुल तोमर को ग्वालियर से गिरफ्तार कर लिया गया है. बता दें कि इस मामले में पहले ही तीन लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है.
जांच अधिकारी बदले
एसपी मोहित गर्ग ने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए थाना प्रभारी के वीडियो वायरल होने के बाद जांच अधिकारी बदल दिए हैं. पहले जांच का जिम्मा सीएसपी पुष्पेंद्र नायक को सौंपा गया था. लेकिन, वायरल वीडियो में कई गंभीर तथ्य आने के बाद एसपी गर्ग ने एडिशनल एसपी मुकेश ठाकुर को जांच का जिम्मा सौंपा है. एसपी की ये कार्रवाई काफी गंभीरता दिख रही है. क्योंकि मामले में वायरल वीडियो के दौरान बातचीत में बड़े पुलिस अधिकारी का नाम सामने आया था. इसके चलते इस मामले में जांच अधिकारी बदल दिए गए हैं. पुलिस इस मामले में काफी सतर्कता बदल रही है क्योंकि मामले में भाजपा के कुछ नेता के शामिल होने की खबरें भी सामने आ रही है.
कॉल डिटेल से खुलेंगे सारे राज
मोहड़ गोली कांड में भाजपा नेताओं के साथ एक मीडिया कर्मी और थाना प्रभारी की भी संलिप्तता वायरल वीडियो में दिखाई दे रही है. इस बात के सामने आते ही लोगों में जनचर्चाएं हो रही है कि पूरे रेत तस्करी के मामले में किस व्यक्ति की क्या भूमिका थी. इसकी जांच की जानी चाहिए. कांग्रेस ने भी इस मामले को काफी गंभीरता से उठाया है. जांच में कॉल डिटेल से कई राज खुल सकते हैं. जिससे यह पता चल सके की किस व्यक्ति का किस व्यक्ति से कितना गहरा कनेक्शन रहा है.
पुलिस की भूमिका ही संदिग्ध
मोहड़ रेत तस्करी के मामले में पुलिस की जांच पर कांग्रेस प्रवक्ता रूपेश दुबे ने सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा है कि जिस अतुल तोमर को पुलिस ने पूछताछ में गोली चलाना स्वीकार किया है. पुलिस ने गोली चलाने के दौरान घायल हुए व्यक्ति रोशन साहू से क्यों अतुल तोमर की शिनाख्त नहीं करवाई. पुलिस को अतुल से अन्य पूछताछ रिमांड लेकर पूछताछ में अन्य लोगों शामिल लोगों के नाम पता पूछना था. एक दिन में ही पुलिस ने सारी कार्रवाई निपटा दी. उन्होंने आरोप लगाया है कि मामले की दिशा बदलने का काम पुलिस कर रही है.