सक्ती/मालखरौदा। सक्ती जिले के मालखरौदा अनुविभाग के अंतर्गत आने वाले शासकीय वेदराम महाविद्यालय मालखरौदा में जन भागीदारी शुल्क की बढ़ोत्तरी से छात्र छात्राओं को भर्ती ले पाना मुश्किल हो गया है। एक तरफ जहां छात्र-छात्राएं अपने भविष्य को संवारने के लिए पढ़ाई में जुटे हुए हैं, वहीं दूसरी तरफ जनभागीदारी शुल्क की बढ़ोत्तरी ने उन्हें परेशान कर दिया है। उनका कहना है कि शुल्क वृद्धि से उन पर आर्थिक बोझ बढ़ेगा और उनके लिए पढ़ाई कर पाना मुश्किल हो जाएगा। छात्रों का कहना है कि शुल्क वृद्धि को कम किया जाए और छात्रों के हितों का ध्यान रखा जाए। डॉ. बी. डी. जांगड़े प्राचार्य शासकीय वेदराम महाविद्यालय मालखरौदा के डर के वजह से शुल्क वृद्धि के खिलाफ बोलने से वे हिचकिचाहट महसूस कर रहे हैं।
उनका कहना है कि अगर वे शुल्क वृद्धि के खिलाफ बोलेंगे तो उन्हें परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। उन्हें डर है कि उनकी पढ़ाई प्रभावित हो सकती है या उन्हें कॉलेज से निकाला जा सकता है।इसलिए वे शुल्क वृद्धि के खिलाफ आवाज उठाने से डर रहे हैं और अपनी परेशानियों को दबाकर बैठे हुए हैं। लेकिन कुछ छात्र-छात्राएं हैं जो शुल्क वृद्धि के खिलाफ आवाज उठाने के लिए तैयार हैं और उन्हें उम्मीद है कि उनकी आवाज सुनी जाएगी। एक छात्र से ₹2000 रुपये जन भागीदारी शुल्क लिया जा रहा है जबकि शासन के निर्देशानुसार जन भागीदारी समिति भंग कर दिया गया है फिर भी प्राचार्य अपने ही मनमर्जी से तथा प्रोफेसर की साठ गांठ की वजह से इस तरह शुल्क में वृद्धि की गई है। जन भागीदारी समिति भंग होने के बाद महाविद्यालय में अव्यवस्था का आलम देखने को मिल रहा है। कुछ प्राध्यापको द्वारा मनमौजी तरीके से काम किया जा रहा है, जिससे छात्र-छात्राओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। समिति भंग होने के बाद महाविद्यालय में कोई संगठन नहीं है, जिससे प्रोफेसर अपनी मनमानी कर रहे हैं। छात्र-छात्राएं परेशान हैं और उन्हें अपने भविष्य की चिंता हो रही है।
क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों की निष्क्रियता का परिणाम भुगत रहे छात्र छात्राएं
शासकीय वेदराम महाविद्यालय मालखरौदा में इस तरह से जनभागीदारी में शुल्क के बढ़ोतरी से जिस तरह से छात्र छात्राओं को समस्या हो रही है कही न कही इसमें क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों की निष्क्रियता नजर आ रही जिसके कारण इस से छात्र छात्राओं को इसका नुकसान भुगतना पड़ रहा है। इस तरह से शुल्क बढ़ोतरी पर न तो भाजपा वाले कुछ बोल रहे हैं न मौजूदा कांग्रेस के कोई विधायक बोल रहे हैं बता दें कि इस महाविद्यालय में जैजैपुर और चंद्रपुर दोनो विधानसभाओं से छात्र छात्राएं पढ़ने आते है उनका इस मामले में चुप्पी साधना आने वाले चुनावों में इसका असर देखने को मिल सकता है।