चांपा। दशहरा उत्सव के दौरान हुई दुर्घटना में नगरपालिका का वायरमेन भी घायल है। पता चला है कि घटना के समय स्काई लिंफटंग मशीन को वायरमेन से ही आपरेट कराया जा रहा था। जब मशीन में दुर्घटना हुई, तब वायरमेन भी बुरी तरह घायल हो गया। उसके कमर की हड्डी टूट गई है। खास बात यह है कि इतने दिनों में भी इलाज का खर्च वहन तो दूर, उसकी सुध लेने की जहमत शासन-प्रशासन सहित किसी ने नहीं उठाया है। घायल वायरमेन के अनुसार उसका हाल-चाल जानने भी कोई जिम्मेदार शख्स उसके पास नहीं पहुंचा है।
चांपा दशहरा उत्सव में इस बार भीषण दुर्घटना हो गई, जिससे करीब आधा दर्जन लोग घायल हो गए। इस दुर्घटना में नगरपालिका चांपा का वायरमेन भी जख्मी हो गया। वायरमेन जवालाल ने बताया कि वह नगरपालिका में वायरमेन के पद पर कार्यरत है। लेकिन दशहरा उत्सव के दौरान आयोजन समिति के जिम्मेदारों के कहने पर वह स्काई लिंफटंग मशीन को आपरेट कर रहा था। राम रावण युद्ध संवाद के दौरान स्काई लिंफटिंग मशीन में दुर्घटना हो गई, जिसके चलते स्काई लिंफटिंग करीब 35 फीट की उंचाई से जमीन पर गिर गई। इस वजह से दुर्घटना हुई, जिसमें आधा दर्जन लोग घायल हो गए। वायरमेन जवालाल ने मीडिया को बताया कि इलाज का खर्च वहन करने के बजाय समिति के लोग या शासन प्रशासन के जिम्मेदार उसका हाल चाल जानने तक नहीं आए है। संवेदनहीनता की परकाश्ठा और क्या हो सकता है।

स्वच्छ पत्रकारिता पर उंगली –
दशहरा उत्सव के दौरान हुई भीशण घटना और उसमें घायल हुए लोगों की खबर जब मीडिया में आई तो स्वच्छ पत्रकारिता को लेकर उंगली उठने लगी। पत्रकारों के खिलाफ जहर उगलने कोई कसर नहीं छोड़ा गया। मीडिया की खबरों को गलत तरीके से पेश करके पत्रकारों के खिलाफ दुश्प्रचार शुरू हो गया। कुछ लोगों ने इस पूरे मामले को वर्चस्व का विवाद बना दिया है। जबकि इस घटना में घायल हुए लोग अभी भी बिस्तर में ही पड़े हैं। वो चलने फिरने के काबिल तक नहीं बच गए हैं। हरदी महामाया के ग्रामीण की दोनों पैर टूटने से उसकी तो जिंदगी ही बर्बाद हो गई। इनके पक्ष में खबर प्रकाश में आना अस्वच्छ पत्रकारिता है। इस घटना में कमर की हड्डी क्रेक होने के बाद बेड रेस्ट ले रहे वायरमेन की खबर प्रसारण भी अस्वच्छ पत्रकारिता है। खैर शहर की जनता सब जानती है।

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