रायपुर: छत्तीसगढ़ के बड़े हिस्से में अभी तक मानसून का आगमन नहीं हुआ है, लेकिन राज्य के अधिकांश क्षेत्रों में हल्की से मध्यम वर्षा का सिलसिला जारी है। दक्षिण-पश्चिम मानसून का आगे बढ़ने का क्रम थम गया है और यह अब तक महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ से आगे नहीं बढ़ पाया है। जबकि इसे अभी मध्य प्रदेश की सीमा पर होना चाहिए था। छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती जिलों सुकमा और बीजापुर में ही मानसून की सक्रियता देखी जा रही है। बाकी राज्य में लोग मानसून के आगमन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

आज प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में मौसम में बदलाव देखने को मिला। शाम को हुई कुछ मिनटों की झमाझम बारिश ने तापमान में कमी लाई और किसानों के चेहरों पर मुस्कान बिखेरी। बारिश से लोगों को तेज गर्मी से राहत मिली, लेकिन उमस की वजह से बेचैनी भी बढ़ गई है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले तीन घंटों में रायगढ़, बलौदाबाजार, बेमेतरा, दुर्ग, कबीरधाम, महासमुंद, रायपुर, सक्ती, सारंगढ़ और बिलाईगढ़ में अलग-अलग स्थानों पर आकाशीय बिजली गिरने और वर्षा होने की सम्भावना है। इसके साथ ही कहीं-कहीं तेज हवा और अंधड़ की चेतावनी भी दी गई है।

इस स्थिति ने किसानों को राहत तो दी है, लेकिन संभावित आकाशीय बिजली और तेज हवाओं से सुरक्षा के उपाय भी जरूरी हो गए हैं। मानसून की दस्तक के साथ होने वाली बारिश ने खेतों को संजीवनी दी है, लेकिन राज्य के बाकी हिस्सों में मानसून के पूरी तरह से सक्रिय होने का इंतजार अभी भी बना हुआ है।

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