@डोलकुमार निषाद

सक्ती, छत्तीसगढ़, 11 जुलाई – भारत की अग्रणी प्राकृतिक संसाधन कंपनी वेदांता लिमिटेड ने अपनी 60वीं वार्षिक आमसभा के दौरान विकास की दिशा में नया और सशक्त रोडमैप प्रस्तुत किया। कंपनी के चेयरपर्सन अनिल अग्रवाल ने 3डी रणनीति – डीमर्जर, डायवर्सिफिकेशन और डीलीवरेजिंग – की विस्तृत जानकारी साझा करते हुए बताया कि इसका उद्देश्य कंपनी के आकार को दोगुना करना है।

🔹 डीमर्जर: स्वतंत्र इकाइयों से बेहतर प्रगति

अनिल अग्रवाल के अनुसार, वेदांता के विभिन्न व्यवसायों को स्वतंत्र कंपनियों के रूप में स्थापित किया जाएगा, जिससे प्रत्येक इकाई अपने कार्यक्षेत्र पर केंद्रित होकर तेज़ी से विकास कर सकेगी। उनका मानना है कि इन इकाइयों में से प्रत्येक के पास 100 बिलियन डॉलर तक की क्षमता है, जो उन्हें वैश्विक मंच पर प्रतिस्पर्धी बनाएगी।

🔹 डायवर्सिफिकेशन: नए क्षेत्रों में विस्तार

वेदांता अब पारंपरिक क्षेत्रों से आगे बढ़ते हुए रेअर अर्थ, ऊर्जा संक्रमण धातुएं, बिजली, ऊर्जा और प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में निवेश कर रही है। कंपनी 1000 डीप-टेक स्टार्टअप्स के साथ भागीदारी कर एक मजबूत नवाचार तंत्र भी विकसित करेगी।

🔹 डीलीवरेजिंग: वित्तीय सुदृढ़ता की दिशा में

कंपनी अपने ऋण भार को कम करते हुए वित्तीय स्थिति को और सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे भविष्य में निवेश और विस्तार योजनाओं को बेहतर गति मिल सके।

भारत की प्रगति से जुड़ी पहलें

वेदांता की विकास रणनीति भारत की आर्थिक और ऊर्जा आवश्यकताओं से निकटता से जुड़ी हुई है। देश का पहला औद्योगिक जिंक पार्क और सबसे बड़ा एल्यूमिनियम पार्क स्थापित करने की योजना से MSME सेक्टर को बल मिलेगा और रोजगार के लाखों अवसर पैदा होंगे।

शिक्षा, नवाचार और सामाजिक विकास

वेदांता वेदांता यूनिवर्सिटी की स्थापना की दिशा में अग्रसर है, जो वैश्विक मानकों के अनुसंधान और शिक्षा को भारत में लाने का प्रयास है। नंद घर पहल के माध्यम से कंपनी बाल विकास और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रही है।

उल्लेखनीय वित्तीय प्रदर्शन

वित्तीय वर्ष 2024-25 में कंपनी का राजस्व ₹1,50,725 करोड़ और एबिटा ₹43,541 करोड़ रहा। वेदांता निफ्टी 100 में शीर्ष परिसंपत्ति निर्माताओं में शामिल रही और शेयरधारकों को 87% का मजबूत रिटर्न प्रदान किया।

उत्पादन में निरंतर वृद्धि

हिंदुस्तान जिंक ₹12,000 करोड़ के निवेश से 2.5 लाख टन क्षमता वाला स्मेल्टिंग कॉम्प्लेक्स स्थापित कर रहा है।

केयर्न ऑयल एंड गैस सात नए ब्लॉक प्राप्त कर तीन लाख बैरल प्रतिदिन उत्पादन का लक्ष्य लेकर चल रही है।

एल्यूमिनियम उत्पादन को 31 लाख टन तक ले जाने और 30 लाख टन की नई ग्रीनफील्ड परियोजना की योजना भी बन रही है।

महिला नेतृत्व और भागीदारी

कंपनी के 22% कर्मचारी और 28% नेतृत्व पद महिलाओं के पास हैं, और 2030 तक महिला प्रतिनिधित्व को 30% तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है।

आमसभा में कंपनी की टीम के एक लाख से अधिक सदस्यों के समर्पण की सराहना की गई और उन्हें विकास यात्रा के सशक्त आधार के रूप में सम्मानित किया गया।

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