जांजगीर चांपा। शासकीय टीसीएल स्नातकोत्तर महाविद्यालय जांजगीर में भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी जांजगीर शाखा के तत्वाधान में महाविद्यालय के प्राचार्य आर के पांडे के संरक्षकता एवं मार्गदर्शन में रेड रिबन क्लब के प्रभारी अधिकारी डॉ अभय सिंह के नेतृत्व में महाविद्यालय के सभागार में प्राथमिक सहायता प्रशिक्षण का आयोजन किया गया ।जिसमें डॉक्टर रामेश्वर पंकज (चिकित्सा अधिकारी )सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र केरा एवं डॉक्टर लोकराज लहरे (आयुष चिकित्सा अधिकारी) सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नवागढ़ प्रशिक्षण देने के लिए उपस्थित रहे ।कार्यक्रम का संचालन करते हुए डॉ.अभय सिंह ने प्राथमिक चिकित्सा सहायता के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला ।तत्पश्चात डॉ रामेश्वर पंकज मास्टर ट्रेनर ने प्राथमिक सहायता प्रशिक्षण के बारे में सूक्ष्म जानकारी प्रदान करते हुए सड़क दुर्घटना का उदाहरण देते हुए बताया कि वह व्यक्ति जो सड़क किनारे घायल ,बेहोश अवस्था में अकेले पड़ा हो उस व्यक्ति की सहायता कैसे की जा सकती है ।घायल व्यक्ति से क्या-क्या पूछताछ करना है वह व्यक्ति घायल है या बेहोश है उसकी पहचान कैसे करना है उसे सांस लेने में तकलीफ हो रही है कि नही ,उसकी धड़कन चल रहा है कि नहीं ,उसकी पहचान कैसे करना है पहचान हो जाने पर घायल व्यक्ति को तुरंत मदद के लिए किसी व्यक्ति को बुलाना आवाज लगाना। इमरजेंसी सेवा जैसे 108,104 ,112 को या हाईवे एंबुलेंस को तत्काल फोन कर घायल व्यक्ति को तुरंत अस्पताल पहुंचा कर उस घायल व्यक्ति की जान को बचाया जा सकता है ।साथ ही साथ अगर 1बिजली का झटका लगने पर 2 सर्पदंश होने पर 3 बाढ़ या नदी में किसी के डूब जाने पर 4 आग लग जाने पर 5 विस्फोट हो जाने पर 6 गंभीर महामारी जैसी स्थिति आ जाने पर उस समय घायल /चोटिला व्यक्ति को किस तरह से तत्काल उचित देखभाल प्रदान किया जा सकता के बारे में विस्तारपूर्वक मास्टर ट्रेनर ने प्रशिक्षण में बताया महाविद्यालय के छात्रों को प्रशिक्षण के साथ डेमोंसट्रेशन भी कराया गया ।
1.चोट का उपचार
2.जलने का उपचार 3.कार्डियोपलमोनरी रिसिटेशन (CPR) 4. एलर्जी प्रतिक्रिया
5 .सांस लेने में तकलीफ
6.हृदय संबंधी समस्याएं के बारे में विस्तार से प्रशिक्षण दिया ।डॉक्टर लोकराज लहरें (आयुष चिकित्सा अधिकारी )ने रक्त का अधिक स्रावित होने और हड्डी का फैक्चर हो जाने की स्थिति में उसका किस तरह से विस्थापन करके दुर्घटना स्थल में प्रथम चिकित्सा सहायता प्रदान कर उसे उसकी दर्द और पीड़ा को कम करते हुए तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में घायल व्यक्ति को पहुंचाने के बारे बताया ।कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ.एस के मधुकर ,डॉ.आभा सिन्हा ,प्रोफेसर आर जी खूंटे ,प्रोफेसर ओ पी सिंह प्रोफेसर राजेश दुबे ,प्रोफेसर आदेश प्रजापति एवं रेड रिबन क्लब ,रेड क्रॉस ,एनसीसी, एन एस एस के समस्त छात्र-छात्राएं का सराहनी योगदान रहा ।आभार प्रदर्शन प्रोफेसर बृजेश कांत बर्मन ने किया ।